भारत ने ऐसी कई रहस्मयी और डरावनी जगहें मौजूद है, जिसके आगे विज्ञान एवं सरकार
ने भी घुटने टेक दिए हैं. आज आप किसी के सामने भूत-प्रेत, पिशाच और चुड़ैलों की
बात करते है तो, वह ये बात मजाक में ले लेता है.
ने भी घुटने टेक दिए हैं. आज आप किसी के सामने भूत-प्रेत, पिशाच और चुड़ैलों की
बात करते है तो, वह ये बात मजाक में ले लेता है.
Hurry Up!
बचपन मे मेरी तरह आपने भी अपनी दादी से परियों की कहानी के साथ भूतों की कहानी
भी सुनी होगी. जिसे सुनकर मजा तो आता था और डर भी उतना ही लगता था.
भी सुनी होगी. जिसे सुनकर मजा तो आता था और डर भी उतना ही लगता था.
भारत मे भी ऐसी कई जगह मौजूद है, जहां पर सुबह सूर्योदय के पहले और सूर्यास्त
के बाद जाना मना है. उन जगहों पर सरकार और पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा भी
जगह-जगह पर चेतावनी भरे नोटिस बोर्ड लगाया गया है.
के बाद जाना मना है. उन जगहों पर सरकार और पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा भी
जगह-जगह पर चेतावनी भरे नोटिस बोर्ड लगाया गया है.
तो आइये जानते है, अपने इस ब्लॉग में भारत के मशहूर और वीरान हॉन्टेड प्लेसिस
के बारे में…
के बारे में…
★ भारत के टॉप 10 हॉन्टेड प्लेस indian top 10 haunted places
1. भानगढ़ किला, राजस्थान Bhangarh fort
राजस्थान में अलवर जिले की अरावली पर्वतमाला में स्थित है, राजस्थान का एवं भारत
का सबसे वीरान और भूतिया किला. जिसे लोग भानगढ़ किला के नाम से जानते है. राजस्थान
में स्थित यह किले के बाहर पुरातत्व विभाग द्वारा सूचित किया जाता है कि,
सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता. तो, आखिर ऐसा
क्या है भानगढ़ के किले में…जो आमलोगो को रोकता है वहा जाने से. इसके पीछे का
क्या कारण है कि, लोग वहां से गायब ही हुए है. आइये जानते है.
का सबसे वीरान और भूतिया किला. जिसे लोग भानगढ़ किला के नाम से जानते है. राजस्थान
में स्थित यह किले के बाहर पुरातत्व विभाग द्वारा सूचित किया जाता है कि,
सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता. तो, आखिर ऐसा
क्या है भानगढ़ के किले में…जो आमलोगो को रोकता है वहा जाने से. इसके पीछे का
क्या कारण है कि, लोग वहां से गायब ही हुए है. आइये जानते है.
भानगढ़ के किले का निर्माण राजा भगवंतदास के बेटे रावमाधो ने 17वीं शताब्दी में
करवाया था. जब यह किले का निर्माण करवाया गया था तब यह किला भूतिया नही था. तो
आखिर ऐसी क्या घटना हुई जिसने यह किले को भूतिया बना दिया.
करवाया था. जब यह किले का निर्माण करवाया गया था तब यह किला भूतिया नही था. तो
आखिर ऐसी क्या घटना हुई जिसने यह किले को भूतिया बना दिया.
यहां के लोगो की माने तो, भानगढ़ की रानी रत्नावती की खूबसूरती के चारो तरफ चर्चा
थी. उनकी ख़बसूरती पर एक तांत्रिक भी मोहित था. उस तांत्रिक ने रत्नावती को पाने
के लिए रत्नावती की इत्र में काला जादू कर दिया था.
थी. उनकी ख़बसूरती पर एक तांत्रिक भी मोहित था. उस तांत्रिक ने रत्नावती को पाने
के लिए रत्नावती की इत्र में काला जादू कर दिया था.
परंतु रानी को यह बात पता चल जाती है…और रानी ने उस इत्र का उपयोग उन तांत्रिक
पर ही कर दिया. जिस वजह से तांत्रिक की मौत हो गई थी. पर तांत्रिक ने मरते समय
श्राप दिया था कि, किले में रहने वाले सभी लोगो की मौत हो जाएगी. जिसके चलते यह
किला वीरान हो गया और लोगो के मरने तथा गायब होने की खबरे भी आने लगी.
पर ही कर दिया. जिस वजह से तांत्रिक की मौत हो गई थी. पर तांत्रिक ने मरते समय
श्राप दिया था कि, किले में रहने वाले सभी लोगो की मौत हो जाएगी. जिसके चलते यह
किला वीरान हो गया और लोगो के मरने तथा गायब होने की खबरे भी आने लगी.
भानगढ़ किला के बारे में अधिक जानकारी के लिए लिंक यहां पर दी गई है. उसके बारे
में अवश्य पढ़ें.
में अवश्य पढ़ें.
2. कुलधरा गाँव, राजस्थान Kuldhara gav
राजस्थान में स्थित यह गाँव भूतिया और रहस्यमयी गतिविधियों से गिरा हुआ है.
कुलधरा गाँव एक समय मे 1000 पालीवाल ब्राह्मणों का घर हुआ करता था. आज भी
कुलधरा गाँव में दिन के समय लोगो के चहचहाने की आवाज आती है. तो आखिर ऐसी क्या
घटना हुई जिसने कुलधरा गाँव को वीरान और भूतिया कर दिया.
कुलधरा गाँव एक समय मे 1000 पालीवाल ब्राह्मणों का घर हुआ करता था. आज भी
कुलधरा गाँव में दिन के समय लोगो के चहचहाने की आवाज आती है. तो आखिर ऐसी क्या
घटना हुई जिसने कुलधरा गाँव को वीरान और भूतिया कर दिया.
कुछ दशक पहले कुलधरा गाँव को सरकार ने अपने अधिकार में ले लिया है. कुलधरा
गाँव की भूतिया घटना से कई लोग शिकार हुए है. और कई कहानियाँ मशहूर है. कई बार
हाईटेक मशीनों द्वारा भी आत्मा की आवाजें सुनी गई है.
गाँव की भूतिया घटना से कई लोग शिकार हुए है. और कई कहानियाँ मशहूर है. कई बार
हाईटेक मशीनों द्वारा भी आत्मा की आवाजें सुनी गई है.
paranormal force ने भी इस गांव के रहस्य को जानने की कोशिश की थी. मगर वह भी
भूतिया घटना का शिकार हुए थे. पेरानॉर्मल फोर्स के एक व्यक्ति ने बताया कि, उसके
कंधे पर किसी ने हाथ रखा था. जब उस व्यक्ति ने मुड़कर देखा तो पीछे कोई नहीं था.
इसे साफ पता चलता है, कुलधरा गांव में कुछ ना कुछ अदृश्य एवं रहस्यमयी
ताकते जरूर है.
भूतिया घटना का शिकार हुए थे. पेरानॉर्मल फोर्स के एक व्यक्ति ने बताया कि, उसके
कंधे पर किसी ने हाथ रखा था. जब उस व्यक्ति ने मुड़कर देखा तो पीछे कोई नहीं था.
इसे साफ पता चलता है, कुलधरा गांव में कुछ ना कुछ अदृश्य एवं रहस्यमयी
ताकते जरूर है.
राजस्थान सरकार और पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा यहाँ पर कई जगहों पर नोटिस
बोर्ड लगाया हुआ है कि, सुबह सूर्योदय के पहले और शाम सूर्यास्त के बाद कुलधरा
गाँव मे प्रवेश वर्जित है.
3. डुमास बीच, गुजरात Dumas beach
बोर्ड लगाया हुआ है कि, सुबह सूर्योदय के पहले और शाम सूर्यास्त के बाद कुलधरा
गाँव मे प्रवेश वर्जित है.
कुलधरा गाँव के बारे मे ज्यादा जानिये
3. डुमास बीच, गुजरात Dumas beach
गुजरात के सूरत में मौजूद है, काली माटी से बना डुमास बीच. यह बीच पर भी रात्रि
के समय जाना वर्जित है. परंतु कई बार नौजवान लड़के और लड़कियां रात्रि के समय जाते
है.
के समय जाना वर्जित है. परंतु कई बार नौजवान लड़के और लड़कियां रात्रि के समय जाते
है.
यब बीच पर सालो पहले मरे हुए लोगो की दफ़नविधि की जाती थी. इसलिए यह जगह को भूतिया
माना जाता है. दिन के समय भी यहां पर लोगो के बातचित की आवाजें आती रहती है जबकी
वहां पर कोई नही होता.
माना जाता है. दिन के समय भी यहां पर लोगो के बातचित की आवाजें आती रहती है जबकी
वहां पर कोई नही होता.
4. शनिवार वाडा, पुणे Shaniwar wada
पुणे में स्थित शनिवार वाडा का निर्माण मराठाओ के सबसे सफल पेशवा बाजीराव बल्लाड़
ने करवाया था. उनके समय मे मराठाओ की समृद्धि अपनी चरम सीमा पर थी.
ने करवाया था. उनके समय मे मराठाओ की समृद्धि अपनी चरम सीमा पर थी.
शनिवार वाड़ा में मराठाओ के 14वें पेशवा नारायणराव की हत्या की गई थी. जब उनकी
हत्या हुई थी तब उनकी उम्र मात्र 16 साल की थी. उनकी मौत के समय वह जोर-जोर से
चिल्ला रहे थे ‘काका माला बाचवा.’ जिसका अर्थ होता है कि, काका मुजे बचाव.
हत्या हुई थी तब उनकी उम्र मात्र 16 साल की थी. उनकी मौत के समय वह जोर-जोर से
चिल्ला रहे थे ‘काका माला बाचवा.’ जिसका अर्थ होता है कि, काका मुजे बचाव.
उस घटना के बाद एक दिन शनिवार वाडा में एक रहस्यमयी तरीके से आग लग गयी. जिसकी
वजह से शनिवार वाडा काफी हद तक जल गया था. पर उस दिन से कई बार पेशवा नारायणराव
की शनिवार वाडा में देखा गया और उनके चिल्लाने की आवाज को भी सुना गया है.
वजह से शनिवार वाडा काफी हद तक जल गया था. पर उस दिन से कई बार पेशवा नारायणराव
की शनिवार वाडा में देखा गया और उनके चिल्लाने की आवाज को भी सुना गया है.
खास कर अमावस्या की रात को वह आवाज साफ तौर से सुनाई पड़ती है. शनिवार वाडा में भी
रात्रि के दौरान जाना वर्जित है और जो भी गया वह लौट के नही आया.
रात्रि के दौरान जाना वर्जित है और जो भी गया वह लौट के नही आया.
5. संजय वन, दिल्ली Sanjay van
दिल्ली ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के नजदीक स्थित संजय वन भूतिया और रहयमयी
घटनाओं के कारण जाना जाता है. 10 किलोमीटर में फैला यह जंगल कई सालों से रहयमयी
घटनाओं के कारण सुर्खियों में रहता है.
यह जंगल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से कुतुब मीनार तक फैला हुआ है. यह जंगल मे
एक कब्रस्तान है. जिसकी वजह से यह जंगल भूतिया है. रात के समय कई लोगों ने इस
जंगल मे अदृश्य शक्तियो को महसूस किया है.
6. मुकेश मिल्स, मुंबई Mukesh mills
मुकेश मिल्स की स्थापना मुंबई के कोलवा में साल 1952 में हुई थी. आपको जानकर
हैरानी होगी कि, आज की हॉन्टेड मुकेश मिल्स एक समय पर हजारों मजदूरों की रोजीरोटी
थी. 10 एकर में बनी मुकेश मिल्स में सबसे पहले कपड़े बनाये जाते थे.
मुकेश मिल्स को आज भारत के मशहूर हॉन्टेड प्लेसिस में गिना जाता है. परंतु साल
1917 में यहां पर एक रात शॉर्टसर्किट की वजह से भीषण आग लग गई थी. उस में कई
मजदूरों ने अपनी जान गवाई थी. इसके बावजूद 2 साल में ही मुकेश मिल्स को फिर से
शुरू कर दिया था.
पर एक बार फिर मुकेश मिल्स में राहयमयी तरीके से आग लग गई थी. इस बार भी कई सारे
मजदूर जलकर राख हो गए थे. जिसमे यह मिल पूरी तरह से खंडर हो गया था. उसकी दीवार
पर आग की लपटें इस तरह छप गई थी कि, उसे देखने के बाद आपको कोई सुजेगा ही नही.
बाद में मुकेश मिल्स को फिल्मों की शूटिंग के लिए किराये पर दिया जाने लगा. आप ने
भी कई बार मुकेश मिल्स को बॉलीवुड की फिल्मों में देखा होगा. मुकेश मिल्स में
अमिताभ बच्चन से लेकर सलमान खान ने भी अपनी फिल्मों की शूटिंग की है.
7. अग्रसेन की बावली, दिल्ली Agrasen ki bawdi
अग्रसेन की बावली भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित एक सीढ़ीदार कुआँ है. कुछ लोगो
का मानना है कि, यह बावली का निर्माण महाभारत काल के महान राजा अग्रसेन ने करवाया
था.
जिसका पुनःनिर्माण अग्रवाल समाज द्वारा 15वीं शताब्दी में करवाया गया था. तो आखिर
ऐसा क्या हुआ कि, यह बावली को भारत के मशहूर हॉन्टेड प्लेसिस में गिना जाता
है.
घटनाओं के कारण जाना जाता है. 10 किलोमीटर में फैला यह जंगल कई सालों से रहयमयी
घटनाओं के कारण सुर्खियों में रहता है.
एक कब्रस्तान है. जिसकी वजह से यह जंगल भूतिया है. रात के समय कई लोगों ने इस
जंगल मे अदृश्य शक्तियो को महसूस किया है.
6. मुकेश मिल्स, मुंबई Mukesh mills
हैरानी होगी कि, आज की हॉन्टेड मुकेश मिल्स एक समय पर हजारों मजदूरों की रोजीरोटी
थी. 10 एकर में बनी मुकेश मिल्स में सबसे पहले कपड़े बनाये जाते थे.
1917 में यहां पर एक रात शॉर्टसर्किट की वजह से भीषण आग लग गई थी. उस में कई
मजदूरों ने अपनी जान गवाई थी. इसके बावजूद 2 साल में ही मुकेश मिल्स को फिर से
शुरू कर दिया था.
मजदूर जलकर राख हो गए थे. जिसमे यह मिल पूरी तरह से खंडर हो गया था. उसकी दीवार
पर आग की लपटें इस तरह छप गई थी कि, उसे देखने के बाद आपको कोई सुजेगा ही नही.
भी कई बार मुकेश मिल्स को बॉलीवुड की फिल्मों में देखा होगा. मुकेश मिल्स में
अमिताभ बच्चन से लेकर सलमान खान ने भी अपनी फिल्मों की शूटिंग की है.
का मानना है कि, यह बावली का निर्माण महाभारत काल के महान राजा अग्रसेन ने करवाया
था.
ऐसा क्या हुआ कि, यह बावली को भारत के मशहूर हॉन्टेड प्लेसिस में गिना जाता
है.
अभी यह बावली में पानी नही है. परंतु कुछ साल पहले इसमें पानी हुआ करता था…और
लोग उसमे आत्महत्या करते थे. बहुत लोगो ने उस बावली में अपनी जान गवाई थी. कुछ
लोगो का कहना है कि, आत्महत्या करने वाले लोगो की आत्मा आज भी उस कुँए में भटकती
है.
8. कड़कड़डूमा न्यायालय, दिल्ली karkardooma court
लोग उसमे आत्महत्या करते थे. बहुत लोगो ने उस बावली में अपनी जान गवाई थी. कुछ
लोगो का कहना है कि, आत्महत्या करने वाले लोगो की आत्मा आज भी उस कुँए में भटकती
है.
8. कड़कड़डूमा न्यायालय, दिल्ली karkardooma court
दिल्ली में स्थित कड़कड़डूमा न्यायालय जाना जातक है, राहयमयी और अदृश्य शक्तियों के
कारण. कड़कड़डूमा न्यायालय में आज भी रात को न्यायालय बंद होने के बाद कम्प्यूटर
अपने आप ही चालू हो जाते है. न्यायालय में रखी फाइल और किताबे अपने आप ही गिर
जाती है.
कारण. कड़कड़डूमा न्यायालय में आज भी रात को न्यायालय बंद होने के बाद कम्प्यूटर
अपने आप ही चालू हो जाते है. न्यायालय में रखी फाइल और किताबे अपने आप ही गिर
जाती है.
9. सिग्नेचर फार्म, अहमदाबाद signature farm
गुजरात के अहमदाबाद में स्थित सिग्नेचर फार्म को गुजरात के एवं भारत के टॉप 10
हॉन्टेड प्लेसिस में गिना जाता है. राहयमयी और अदृश्य शक्ति से भरा यह फार्म मध्य
काल से ही वीरान है.
कुछ लोगो का मानना है कि, सिग्नेचर फार्म में ही मध्यकाल के दौरान भीषण कत्लेआम
हुआ था. उस कत्लेआम में मारे गए लोगो की आत्मा आज भी वहां पर भटकती है. रात के
दौरान ही नही बल्कि दिन के दौरान भी जाने से डरते है.
हुआ था. उस कत्लेआम में मारे गए लोगो की आत्मा आज भी वहां पर भटकती है. रात के
दौरान ही नही बल्कि दिन के दौरान भी जाने से डरते है.
वहां पर जाने से एक रहस्यमयी तरीके से मोबाइल का सिग्नल भी चला जाता है. सिग्नेचर
फार्म का वातावरण ही ऐसा है कि, वहां पर जाने से भी लोगो को डर लगता है. सिग्नेचर
फार्म के रहस्यमयी शक्तियों का शिकार बने लोगो का कहना है कि, वहां पर घोड़े के
दौड़ने की आवाज और लोगो के कराहने की आवाजें आती है.
10. अवध पैलेस, राजकोट Awadh place
फार्म का वातावरण ही ऐसा है कि, वहां पर जाने से भी लोगो को डर लगता है. सिग्नेचर
फार्म के रहस्यमयी शक्तियों का शिकार बने लोगो का कहना है कि, वहां पर घोड़े के
दौड़ने की आवाज और लोगो के कराहने की आवाजें आती है.
10. अवध पैलेस, राजकोट Awadh place
गुजरात के राजकोट में स्थित अवध पैलेस भूत-प्रेत हरकतों की वजह से जाना जाता है.
लोगो का कहना है कि, उन्होंने रात्रि के दौरान अवध पैलेस में एक जलती हुई लड़की की
आत्मा देखी है.
लोगो का कहना है कि, उन्होंने रात्रि के दौरान अवध पैलेस में एक जलती हुई लड़की की
आत्मा देखी है.
उसके पीछे की कहानी है कि, कुछ सालों पहले अवध पैलेस में कुछ बदमाशों ने एक लड़की
का रैप किया था…और रैप करने के बाद उस लड़की को जिंदा ही जल दिया था. लोगो का
मानना है कि, उस लड़की की आत्मा आज भी अवध पैलेस में भटकती है.
का रैप किया था…और रैप करने के बाद उस लड़की को जिंदा ही जल दिया था. लोगो का
मानना है कि, उस लड़की की आत्मा आज भी अवध पैलेस में भटकती है.