Rajasthan history

मेहरानगढ़ किला राजस्थान,mehrangarh fort history in hindi

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mehrangarh fort history

मेहरानगढ़ किला राजस्थान Mehrangarh Kila Rajasthan के जोधपुर में स्थित है इस
किले का निर्माण 12 मई 1459 में राव जोधा ने किया था…और महाराज जसवंत सिंह ने
उसे पूरा किया था. राव जोधा राजा रणमल की 24 संतान में से एक थे वे
जोधपुर के 15वें शासक बने थे.
मेहरानगढ़ किले Mehrangarh fort का निर्माण मैदान से 125 से 130 मीटर की उचाई
पर स्थित है मेहरानगढ़ किले Mehrangarh fort की दीवारें 10 किलोमीटर तक
फैली हुई है. मेहरानगढ़ किला Mehrangarh fort दिल्ली के कुतुब मीनार
Delhi ka Qutub minar से भी ऊंचा है. कहा जाता है, भारत के इस किले से पूरा
पाकिस्तान दिखता है. राव जोधा चामुंडा माता के भक्त थे तो उन्होंने किले
के समीप एक मंदिर भी बनवाया है. कहां जाता है, चामुंडा माता जोधपुर के कई लोगों
की कुलदेवी थी.
मेहरानगढ़ किला Mehrangarh fort बहुत ही अद्भुत है इस किले में सात
द्वार थे. (और आठवां गुप्त द्वार था) प्रथमद्वार पर हाथियों के हमले से बचाव के
लिए नुकीली किले लगी हुई है…और अन्य द्वार का निर्माण राजा ने युद्ध में विजय
होने के बाद करवाया था. इस किले के अंदर कई भव्य महल हुआ करते थे. जैसे कि,

rajasthan fort

मोती महल Moti Mahal – जो सुर सिंह राजा द्वारा बनवाया गया था.यहां वे अपनी प्रजा से मिलते थे. यह किले का सबसे बड़ा कमरा है.
फूल महल Phool Mahal–   इस महल में छत पर सोने की कारीगरी की
हुई है यह महल भी खूबसूरत महल में से एक है यह महल राजा का निजी कक्ष था.
शीश महल Sheesh Mahal – शीश महल sheesh mahal नाम के मुताबिक इस महल
सुंदर शीशों की कारीगरी से सजा है .
झाँकी महल Jhanki Mahal – यह सुंदर महल है कहां जाता है यहां  से
महिलाएं दरबार में हो रही कार्यवाही देखती थी. यहां परियों की आकृति पक्षियों
हाथियों शाही पालने और कई विशाल आकृति से सजा हुआ है.
इसके अलावा सिले खाना दौलत खाना कई भव्य महल नक्शी दार दरवाजे जालीदार खिडकिया
स्थित है. मेहरानगढ़ किले Mehrangarh fort का एक हिस्सा ऐसा है, जहां 14
कमरे हैं जो शाही गहने, हथियार  और वेशभूषा के सामान से सजे हुए हैं. इसके
साथ ही किले के म्यूजियम में  पोशाक शाही पालने और फर्नीचर को जमा किया हुआ
है.
मेहरानगढ़ किले Mehrangarh fort की दीवारों पर तोपें पर लगी हुई है, जिससे किले
की सुंदरता पर चार चांद लग जाते हैं. किले की गैलरी में युद्ध के कवचों का सुंदर
कलेक्शन दर्शाया गया है. और भाले कई प्रकार की बंदूकें  और भी तरह-तरह के
हथियार भी शामिल है.
इस किले के बाहर कई तोप  और गोलियों के निशान दीवार पर लगे हुए हैं.

Mehrangarh fort timings

मेहरानगढ़ किला Mehrangarh fort सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है.
अगर आप कहीं बाहर रहते हैं तो, रेलवे या हवाई मार्ग से जोधपुर आ सकते हैं…और
वहां से टैक्सी या सिटी बस द्वारा मेहरानगढ़ किले Mehrangarh Kila में आ
सकते हैं. और रुकने के लिए तरह-तरह की होटल है या धर्मशाला भी स्थित है.mehrangarh fort timings 9:00 A.M. to 5:00 P.M.

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